सिर्फ एक ही सीट पर होगा ? ''चुनाव''

29 Apr 24 6

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Description
लोकसभा चुनाव की आफिशियल घोषणा हो गई है.
 ज़ाहिर है, मप्र में भी सियासी दल एकदम कमर कस कर मैदान में हैं | 
   मतदाता भी अपने मन में फैसला छुपाए..लोकतंत्र के इस पर्व में अपने मतदान की आहुति देने के लिए तैयार है. 
  वैसे कोई शक नहीं है कि यह चुनाव दिलचस्प होंगे लेकिन  मध्यप्रदेश ही एक ऐसा राज्य होगा..जहाँ चुनाव एक अलग तरीके से महा दिलचस्प होंगे ..
जी..क्यूंकि यहाँ सिर्फ एक सीट की लड़ाई ही फोकस में हैं ..
चौकिए मत..
  हालंकि इस राज्य में कुल 29 लोकसभा सीट हैं. बीते चुनावों के परिणाम देंखे तो ..
सभी 29 सीटों में से 28 भाजपा के खाते में आई थी तो एक मात्र सीट कांग्रेस के पक्ष में गई| 
जी..कांग्रेस ने छिंदवाड़ा सीट जीतकर अपना सूपड़ा साफ़ होने से  बचाया था.
 वैसे यह सीट भी ..कांग्रेस पार्टी ने अपनी बूते पर नहीं जीती थी बल्कि कद्दावर नेता कमलनाथ की छवि और क्षेत्र पर पकड के चलते यह संभव हो सका था.
नाथ के बेटे नकुलनाथ यहाँ से जीते..
लेकिन इस बार समीकरण थोड़े अलहदा है. 
वर्तमान हालात कहतें हैं कि ..भाजपा को अपना पुराना रिकार्ड कायम रखना...कोई कठिन टास्क नहीं होगा| 
 और ख़ास यह कि..चुनौती माने जाने वाली... छिंदवाड़ा लोकसभा  की सीट भी इस बार यह सीट भी थोड़ी डांवाडोल स्थिति में हैं| 
भाजपा मध्यप्रदेश की सभी 29 में से 29 सीटें ही जीतकर अपना एक मेव पार्टी का परचम लहराने का तय कर चुकी है.     तो वहीँ कांग्रेस के नाथ अपनी पार्टी में अब हाशिए पर हैं. हालिया में आई भाजपा में शामिल होने की ख़बरों ने मतदाताओं को और असमंजस में डाल दिया है. 
मतदाता आजतक नाथ की पकड़ को भांपते हुए ...हर चुनाव में, प्रत्येक परिस्थति में जीत का तोहफा थामाते रहे ..
लेकिन इस बार समीकरण वाकई जुदा हैं. 
  कांग्रेस मध्यप्रदेश में लगातार बिखर रही है. सुरेश पचौरी,पंकज संघवी, संजय शुक्ला जैसे कई और बड़े नेताओं का भाजपा में शामिल हो जाना ..एक बड़ा संकेत भी है. खुद कमलनाथ भी ...सियासत के मैदान पर चित हैं ..
 ऐसे हालातों में मतदाताओं का भरोसा कांग्रेस पर से डिग सा गया हैं| तो वही भाजपा हर हाल में इस सीट को अपने पाले में करने की जुगत में ..
तो कुल जमा ..इस बार लोकसभा चुनाव में एक सीट की ही जंग है ..
बाकी साहब, मतदाता हैं..जिसके दिल की और दिमाग की थाह पाना आसान भी नहीं.  
  बहुत संभव है कि चुनाव ..वर्तमान हालातों पर ही टिका होगा लेकिन पलटी मार खेल हो जाए तो भी कोई ..आश्चर्य न होगा