नेता जी को तेल लगाने में उड़ी... कायदे कानून की धज्जियां !

19 May 24 6

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Description
तंत्र में सत्ताधारियों को तेल लगाना ही पड़ता है..
चाहे फिर क्यों न कायदे कानून की गठरी ही बनाना पड़े.
 मुद्दे पर भी आते हैं 
तनिक बताएगा ..
सत्ताधारी दल से जुड़े नेता जी सरकारी संसाधनों का उपयोग क्या अपने निजी काम के लिए कर सकते हैं? 
और हाँ जबकि आचार संहिता भी लागू हो?
अच्छा..पानी के कमी से प्रदेश के कई हिस्से हालाकान हैं लेकिन समस्या का कोई समाधान नही लेकिन यहाँ देखिये टेंकर पर टेंकर तो ठीक फायर ब्रिगेड तक से नेता जी के घर पानी पहुँचाया जा रहा है.
चौकिये मत ..यही हकीकत है ..
हकीकत मप्र के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र डिंडोरी की ..
दरअसल भाजपा मंडल अध्यक्ष जी के घर बेटी के विवाह का आयोजन था.
चापलूसी देखिये कि जिला मुख्यालय से दस किलोमीटर स्थित नेता जी के घर टेंकर्स से पानी पहुँचाया जा रहा था.
 हद तो तब हो गई जब आपातकालीन उपयोग के लिए आने वाली फायरब्रिगेड को भी इस काम में जुटा दिया गया.
  नगर परिषद् के अधिकारी नेता जी के सामने इस कदर लमलेट थे कि उफ्फ...सब नियम कायदे ही भूल गए.
  अच्छा नेता जी का नाम भी सुन लीजिये..यह तो आपको पता ही चल गया कि भाजपा के मंडल अध्यक्ष हैं ..और नाम लक्ष्मण ठाकुर साहब..
 लोग भी कहाँ पीछे रहते..सारी कारस्तानी को कैमरे में कैद कर लिया.. 
और फिर क्या था...परिषद् की चमचागिरी ..हर मोबाइल में पहुँच ....अपनी असलियत दिखाने  लगी
 ज़रा सुनिए फायर बिग्रेड के ड्राइवर की ज़ुबानी ..सारी हकीकत 
 
अच्छा जबकि जिम्मेदार अधिकारी रायता फैलने के बाद समेटने की कोशिश में जुट गए हैं 
 
मौका मिला है तो विपक्ष का हमला करना भी बनता ही है 
 
खैर मसला खुलकर सामने है और चर्चा जोरो पर ..शिकायतों का मोर्चा भी खुल गया है. कोई शक नही है कि सत्ताधारी दल थोडा असमंजस में है और अधिकारी तनिक टेंशन में 
क्या होगा ..शासन प्रशासन  जाने ..
लेकिन ...बस इतना सोचिये 
जब मंडल अध्यक्ष का यह जलजला तो ...जिनके हाथ सत्ता की डोर ..
उफ्फ...क्या कुछ काट जाते होंगे