राशिद, यशेंद्र और शशांक...
सिर्फ तीन महीने पहले तक भविष्य की चिंता थी और कुछ करने गुजरने की जमकर ..बेकरारी
अवसर ऐसे ही कहाँ मिले हैं . भला
लेकिन इनके कुछ ऐसा हाथ लगा कि ..
जी ..सिर्फ तीन महीनों के ट्रेनिंग और करियर को पंख लग गए ..और यही तीन छात्र नहीं बल्कि 47 युवाओं के भविष्य को आकार मिल गया ..| और कई ऐसे हैं जिनको पंख लगने के लिए तैयारी..|
और हाँ सिर्फ लड़के ही नहीं बल्कि छात्राएं भी बराबरी पर डटी हैं|
एक छात्रा का तो भारत सरकार की स्वायत्त सहकारी संस्था इफ्को में महिला उद्यमी के तौर पर चयन हुआ है| इस छात्रा ने तो पीएम नरेन्द्र मोदी की ड्रोन दीदी संकल्पना को साकार करके एक मिसाल कायम कर दी है| अब इस बिटिया को एग्री ड्रोन, जेनरेटर एवं परिवहन हेतु ई व्हीकल भी एक दम फ्री में उपलब्ध करवाई जा रही है
जी ..
कोई चमत्कार नहीं ..
बस पीएम नरेन्द्र मोदी जी की सोच,मप्र सरकार की ठोस भूमिका और कटनी प्रसाशन की मेहनत के चलते युवाओं का सपना आसान हो गया|
यह सब संभव हुआ ..प्रोजेक्ट पंख के माध्यम से..
छात्र सुर्यक्रांत,संस्कार,आकांक्षा और अंजली..ट्रेंड हो चुके है और देखिए ना ..खुद ही ड्रोन में इस्तेमाल होने वाला सबसे जटिल उपकरण फ्लाईट कंट्रोलर का निर्माण कर रहे हैं|
शाहरुख़, दिवांश,शेख राशिद अग्नि शामक ड्रोन का निर्माण कर रहे हैं, जिसके चलते ऊँची इमारतों में लगने वाली आग को बिना जान जोखिम में डाले ..नियंत्रित किया जा सकेगा|
नितिन,और अंशिका ..कृषि ड्रोन बनान में जुटे हैं तो ऋतुराज और विपुल डिलेवरी ड्रोन बनाने की दिशा में तेजी से हैं
प्रोजेक्ट पंख ..जनकल्याण एवं रोजगार निर्माण के लिए ड्रोन तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाना|
मप्र के कटनी में इस प्रोजक्ट को आकार दिया गया| जिसमें 485 बच्चों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया|
और जानकर अच्छा लगेगा कि 170 छात्र ट्रेंड हो चुके है और 47 को नौकरी भी ..
मतलब सिर्फ बोल वचन ही नहीं बल्कि वो ठोस कदम ..जो प्रद्न्मन्त्री नरेन्द्र मोदी जी के संकल्पना को आकार दे रहे हैं तो मप्र सरकार की आशाओं पर खरे