#चुनाव के लिए #Bjp की #सियासी_रणनीति

29 Apr 24 6

0 0 0
Loading...
Description

हालिया माहौल और सियासी समीकरण साफ़ साफ़ कहतें हैं कि मोदी बाबू की सत्ता वापसी कठिन नहीं है| 

लेकिन फिर भी हर मोर्चे, हर बिंदु को ध्यान में रखकर लोकसभा चुनाव की रणनीति तय की जा रही है| 

    गठबंधन में इजाफे से लेकर कमज़ोर सीटों पर कसावट तक की

 मप्र में भी सीएम मोहन बाबू आने वाले चुनावों को लेकर बेहद गंभीर है|

लाज़मी है ..सूबे में अगुआ भी हैं और साबित करने का मौका भी 

वैसे मप्र में 29 लोकसभा सीटों में से 28 सीट भाजपा के खाते में हैं, सिवाय कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ की छिंदवाडा सीट

 लेकिन इस बार टार्गेट तय किया गया है 

29 में से 29 सीट ही जीतने का 

तो साहब..मोहन बाबू की रणनीति के अनुसार हालिया विधानसभा चुनाव में पार्टी को जिन बूथों पर हार का सामना करना पड़ा था| उन्हें मजबूत किया जाएगा 

खुद सीएम सहित मंत्री,सांसद और विधायक उस इलाके में जाकर वजह जानेंगे| साथ मतदताओं के बीच भरोसा दिलाने और बेशक अपने पक्ष में लाने के लिए मकसद से 

चौपाल जमेगी, केंद्र सरकार की उपलब्धियों की जानकारी दी जाएगी 

प्रदेशभर में 53 हजार गाँव के साथ तकरीबन 44 हज़ार शहरी वार्ड हैं. जिनमे कुल जमा 65 हज़ार बूथ हैं| 

रणनीति के अनुसार जहाँ परिणाम बेहतर रहे ..वहां कार्यकर्ता जहाँ मुकाबला लगभग बराबरी का ..तो वहां संगठन के बड़े नेता और जहाँ जमीन खिसकी ..वहां का मोर्चा आला नेताओं के हवाले होगा| 

हर तबके के लोगो से बात होगी ..मुलाकात होगी| 

मतलब भाई..कोई चूक नहीं और वहां कांग्रेस ..उफ्फ