दमोह लोकसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों के अलावा भी एक प्रत्याशी और हैं, जो रोज़ाना बिना किसी लाव-लश्कर के चुनाव प्रचार में जुटे हैं।
जी हां एमपी की दमोह सीट पर ट्रांसजेडर दुर्गा मौसी की एंट्री ने मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। दुर्गा मौसी ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया। दुर्गा मौसी अपनी स्कूटी से ही चुनाव प्रचार कर रही हैं। वे रोज़ाना 100 किलोमीटर की यात्रा कर दमोह लोकसभा का दौरा कर रही हैं। जहां रात हो जाती वे वहीं पर विश्राम कर लेती हैं।
मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से सिर्फ दमोह सीट मौसी एकमात्र ट्रांसजेंडर उम्मीदवार हैं। कटनी की रहने वाली दुर्गा मौसी जोर-शोर से अपनी किस्मत आजमा रही हैं।
दुर्गा मौसी ने अपने नामांकन में जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक उनकी उम्र 36 साल है। उन्होंने भारत पीपुल्स अधिकार पार्टी से नामांकन दाखिल किया है।
चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे के मुताबिक, दुर्गा मौसी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। संपत्ति की बात करें तो उनके पास 2 लाख रुपए नकद हैं। बैंक में 49 हजार 500 रुपये जमा हैं। उनके पास एक स्कूटर है, जबकि उनके पास 10 ग्राम सोना है। दुर्गा मौसी की कुल संपत्ति 4.31 लाख रुपये है।
दुर्गा मौसी कटनी जिले के कनवारा ग्राम पंचायत की सरपंच भी रह चुकी हैं। चाका जिले से सदस्य के रूप में भी चुनी गईं। पिछले विधानसभा में दुर्गा मौसी ने कटनी की बरवाड़ा विधानसभा से किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन दुर्गा मौसी अब लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमा रही हैं।
दमोह लोकसभा सीट से बीजेपी और कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार एक-दूसरे के दोस्त रहे हैं। बीजेपी ने राहुल लोधी को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस से तरवर सिंह लोधी मैदान में हैं।
दमोह संसदीय सीट के लिए 26 अप्रैल को मतदान होगा। लेकिन दुर्गा मौसी के चुनाव मैदान में उतरने के बाद यहां मुकाबला में सियासी घमासान मच गया है।