बहना के प्रदेश में गायब होती...#लाडलियां !

21 Nov 24 6

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एमपी में यूं तो बालिकाओं और महिलाओं के कल्याण और उत्थान के लिए सरकार तत्पर है। सरकार की ओर से चलाई गई लाड़ली लक्ष्मी योजना हो या फिर लाड़ली बहना योजना सरकार महिलाओं को सजग बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। 
लेकिन लाड़ली बहनों को प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मियां और लाड़ली बहनें ही सुरक्षित नहीं है। जी हां आंकडे चौंकाने वाले हैं, जिन्हें देखकर आपके भी पैरों के तले से ज़मीन खिसक जाएगी।
एमपी में पिछले 3.5 साल में लापता लेडीज़ के आंकड़े सुनकर आप चौंक जाएंगे, मध्य प्रदेश में आधी आबादी का यह आंकड़ा चौंकाने वाला है। 3 साल में मध्यप्रदेश में 31,000 महिलाएं और लड़कियां लापता हुईं हैं। राज्य में 1 जुलाई 2021 से 31 मई 2024 के बीच राज्य में 31,801 लोग लापता हुए हैं, जिनमें 28,857 महिलाएं और 2,944 लड़कियां हैं। ये संख्या इतनी ज़्यादा होने के बावजूद, आधिकारिक तौर पर गुमशुदगी के सिर्फ 724  मामले ही दर्ज किए जा सके हैं जो कुल मामलों का मात्र 3 फीसदी है।
यानि कि प्रदेश में हर दिन 28 महिलाएं और 3 लड़कियां लापता हो रही हैं।
हाल ही में कांग्रेस विधायक और पूर्व गृह मंत्री बाला बच्चन ने लापता महिलाओं और लड़कियों को लेकर गृह विभाग से सवाल किया, जिस पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भोपाल ग्रामीण सहित प्रदेश के 22 जिलों, में से मुरैना, बुरहानपुर, बड़वानी, दतिया में एक भी गुमशुदगी का मामला सामने नहीं आया है।
अब ये मुद्दा मध्य प्रदेश तक ही सीमित नहीं रहा इस मुद्दे की गूंज संसद तक सुनाई दे रही है।
वाकई में आंकडे चौंकाने वाले हैं।
सबसे चौंकाने वाला मामला उज्जैन जिले का है, जहां पिछले 34 महीनों में गायब होने का एक भी प्रकरण दर्ज नहीं किया गया। जबकि इसी अवधि में 676 महिलाएं लापता हो गई। 
चिंता इसलिए और भी बढ़ जाती है, क्योंकि मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक और धार्मिक नगरी कही जाने वाली उज्जैन में 2028 में सिंहस्थ कुंभ का आयोजन होने वाला है।
आंकड़ों के मुताबिक सागर जिले में लापता बच्चियों की संख्या सबसे ज्यादा 245 है और इंदौर में महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा 2,384 है। वहीं, ग्वालियर में भी 214 महिलाएं एक महीने से अधिक समय से लापता है, लेकिन पुलिस ने तब से केवल 3 मामले ही दर्ज किए हैं।
इंदौर में 479 महिलाएं एक महीने से अधिक समय से लापता हैं, लेकिन केवल 15 मामले ही दर्ज किए गए। उज्जैन में 135 महिलाओं के लापता होने के एक महीने से अधिक समय बाद भी एक भी मामला सामने नहीं आया है।