#विदिशा में #मामा Vs #दादा, #कांग्रेस ने चला पुराना दांव

19 May 24 6

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Description
मध्य प्रदेश की विदिशा संसदीय सीट सबसे हॉट सीट मानी जा रही है। इस सीट से बीजेपी की ओर से साढ़े 16 साल तक सीएम रहे शिवराज सिंह चौहान उम्मीदवार हैं। वहीं उनके खिलाफ कांग्रेस ने प्रतापभानु शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। गौरतलब है कि विदिशा संसदीय सीट पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही प्रत्याशियों के पास खासा अनुभव है। जिसकी वजह ये है कि इस सीट से पहले भी 5 बार शिवराज सिंह चौहान सांसद का चुनाव जीत चुके हैं, जबकि प्रताप भानु शर्मा भी दो बार सांसद रह चुके हैं।

कांग्रेस प्रत्याशी प्रताप भानु शर्मा बीजेपी प्रत्याशी शिवराज सिंह चौहान को चुनौती देने के लिए खास प्लान पर काम कर रहे हैं। शर्मा उसी प्लान के तहत प्रचार कर रहे हैं। आपको बता दें कि विदिशा संसदीय सीट के लिए 7 मई को मतदान होना है।
विदिशा संसदीय क्षेत्र में बीजेपी और कांग्रेस में ही सीधा मुक़ाबला है। 1990 से लगातार राजनीति में सक्रिय रहने वाले शिवराज सिंह चौहान पर बीजेपी ने यहां से दांव लगाया है। जबकि 1980 से 89 तक कांग्रेस से लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रताप भानु शर्मा मैदान में हैं।

दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने लोकसभा चुनाव की कमान संभाल ली है। भाजपा प्रत्याशी जहां बूथ स्तर पर बैठकें कर कार्यकर्ताओं को एकजुट करने में लगे हैं, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी गांव-गांव जाकर चौपाल लगाकर मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं। 
प्रताप भानु शर्मा इन दिनों लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी विधानसभा क्षेत्रों के गांव-गांव में प्रचार कर रहे हैं। अब तक वे दर्जनों गांवों का दौरा कर चुके हैं और मतदाताओं से ग्राम चौपाल पर चर्चा कर चुके हैं। वह लगातार गांव-गांव पहुंचकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से संपर्क करने में जुटे हुए हैं। अपने प्रचार अभियान के दौरान वह एक बार फिर पिछले चुनाव का हवाला देकर मतदाताओं से आशीर्वाद मांग रहे हैं।

वहीं बीजेपी प्रत्याशी शिवराज सिंह चौहान का पूरा फोकस मतदाताओं के अलावा बूथ कार्यकर्ताओं पर है। वे संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी आठ विधानसभा क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं और सम्मेलन के जरिए बूथ कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद कर रहे हैं।
उन्होंने सभी भाजपा कार्यकर्ताओं से चुनाव में भाग लेने, मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने और प्रत्येक बूथ पर मतदान प्रतिशत बढ़ाने का वादा किया है। वे हर कार्यकर्ता को जीत का मूल मंत्र देते हुए कह रहे हैं कि उन्हें शिवराज बनकर चुनाव की जिम्मेदारी उठानी है।
यानि कि एमपी की विदिशा सीट पर भी मुक़ाबला तगड़ है। दोनों ही उम्मीदवार हर स्तर पर प्रचार कर चुनाव में जीत का दम भर रहे हैं।