पटवारी का निपटना तय ?

16 May 24 6

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Description
उफनते समीकरणों के चलते आखिरकार मप्र कांग्रेस में बम फट ही गया.
इस बम विस्फोट से कांग्रेस तो बिखर ही गई..
शायद कांग्रेस के माई बाप राहुल गाँधी भी हिल गए होंगे 
तो परिणाम के तौर पर पटवारी का निपटना भी तय हो गया होगा.
 क्योंकि यह सियासी विस्फोट ..न सिर्फ पटवारी की सरजमी पर हुआ है बल्कि उनके ही उस बन्दे ने अंजाम दिया...जिसको उन्होंने तरजीह देकर चुनावी जंग में उतारा था..
  राहुल अपने में मस्त हैं और खुद पटवारी ..खुमारी में.
कब कौन क्या कर रहा है
क्या चाह रहा है 
कुछ नही पता ..
और उसका सटीक उदाहरण...कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय कान्ति बम का अपना नामांकन वापिस ले लेना ..
   अक्षय इतने तगड़े उम्मीदवार तो नहीं थे कि भाजपा के पक्ष में बने समीकरणों को मात दे पाते लेकिन टक्कर ज़रूर दिलचस्प रहती. लेकिन ऐसा नही हुआ.
 दरअसल बम ..नाराज़ थे ..लेकिन पार्टी कमान ने इस नाराजगी को हलके में लिया. यहाँ तक कि धन राशि लेन देन की बात को भी बम ने पार्टी फोरम पर उठाया था लेकिन ध्यान नहीं दिया गया.
 सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि आरोप तो यहाँ तक है कि..बड़े ब्नेताओं को इंदौर लोकसभा सीट की तरफ आने से रोका गया.
    खुद प्रदेश जीतू पटवारी इसी क्षेत्र से आते हैं लेकिन अक्षय कान्ति बम अपने आप को सम्हाल न पाए .
 इंदौर के साथ साथ विदिशा,छिंदवाडा,मुरैना,ग्वालियर यहाँ तक कि कई बड़े छोटे नेता ..भाजपा का रुख करते रहे लेकिन पटवारी ...दूरियों को पाट न सके.
 आखिरकार वो घडी भी आ गई ..जो खुद पटवारी के घर में दल बदल का विस्फोट कर गई.
 तय है कि आलाकमान अपनी कमियों को छुपा ही लेगा. लेकिन पटवारी का क्या?
चुनाव बाद समीक्षा होगी और उसके बाद औपचारिक कसावट भी..
जिसमें पटवारी का पक्ष सबसे कमज़ोर होगा..और परिणाम ...पटवारी का निपटना